अधूरी नींद

चाची की अधूरी नींद - 1 

हेलो दोस्तो मेरा नाम आसू है। मैं अलाहाबाद का रहने वाला हु मेरी उम्र 18 साल है। मुझे बड़ी चूत यानी बड़ी उम्र की औरत बहुत ज्यादा पसंद है



आज मैं आपको अपनी आप बीती सुनने जा रहा हु जो कि एक सेक्स स्टोरी है ।

ये कहानी मेरी चाची और मेरे बीच हुई चुदाई की की कहनी है

अब मैं आपको अपनी चाची के रंग रूप से परिचय कराता हूं

मेरी चाची मेरी सगी नही है वो दूर के रिश्ते में आती है उनका नाम पुष्पा है वो 48 साल की है बाल लंबे घने कमर से नीचे तक शरीर से हस्तपुस्त जिस्म गोरा बड़ी बड़ी चुचिया 38D से ज्यादा ही होगा और गांड तो क्या बताऊँ मेरी जान के तो पूछो ही मत मस्त कर देते है साड़ी के ऊपर से ही इतने बड़े दिखते  है की क्या बताऊँ उनकी गांड को देख कर तो बस मेरे जैसे कम उम्र के लड़के तो गांड की दरारों में लन्ड फसा कर ही झड़ना पसंद करें। तारीफ तो जितनी कि जाए उतनी कम है बस इतना कहना चाहूंगा कि जो औरत मैं चोदने के लिए ढूंढता रहता हूं वो सब था उसके पास।

चलिए अब आते है कहानी पर जो उस रात की है जब मैं चाची को चोद रहा था।


बात उस दिन की है जब चाची अचानक से मेरे घर आई और हम सब सरप्राइज हो गए चाची अपने सबसे छोटे लड़के के साथ आई थी उनका छोटा लड़का 13 साल का है उनके 4 बच्चे है 2 लड़की 2 लड़के सबसे बड़ी लड़की 20 साल की है

चाची के आने के बाद हम सब यानी मेरे मम्मी पापा सब एक दूसरे से घुले मिले चाय नास्ता हुआ खूब ढेर सारी बाते हुई । अब शाम होते जा रही थी 7 बज चुके थे। मैं थोड़ा बाहर चला गया था कुछ काम से काम भी बता देता हूं आप सभी को वो काम था भांग खाने का मैं थोड़ा सा भांग का सेवन भी किया करता था। उस दिन भी मैं भांग खा कर घर पहुच रहा था रास्ते मे मुझे हल्का हल्का नशा होने लगा था। दोस्तो मैं आपको ये बता दु की भांग खाने के बाद चुदक्कड़ आदमी सिर्फ बुर ही मांगता है। नशे का सुरूर धीरे धीरे उफान मार रहा था रास्ते मे औरतो के। दर्शन होते जा रहे थे और मेरा लंड खड़ा हो रहा था।

घर पहुचते पहुचते मेरा लंड 7 इंच का टनटना चुका था अब जैसे ही मैं घर के गेट पर पहुँचा मेरी चाची गेट पर घर जाने के लिए रेडी हो चुकी थी । मैंने देखा कि चाची का हेयर क्लिप उनके बालो से खुलकर नीचे गिर गया था उस समय चाची बालो का जूड़ा बांधी हुई थी जैसे ही क्लिप गिरा चाची के घने लंबे बाल खुलने लगे ये देख कर मेरा लंड का सुपाड़ा और फूल गया जिससे मेरा लंड और भी तन गया और भांग के नशे में बुर तो चाहिए ही था अब एक बवाल और हुआ चाची क्लिप उठाने के लिए नीचे झुकी तब आप सब ये समझ ही गये होंगे कि अब क्या हुआ होगा बिल्कुल सही समझा जो नही समझे उनको मैं बता देता हूं उनकी बड़ी बड़ी चूची पल्लू गिरने से साफ साफ दिखने लगी अब तो फाइनल डिसिजन आज चाची को चोदना है तो है। मैं चाची के पास पहुच गया वह मम्मी पापा सब खड़े थे ।

 मैन चाची से कहा --


मै- कहा जा रही हो चाची ?

चाची - देर हो रही बेटा घर जाना है।

मैं- ऐसे कैसे घर जाना है अभी आयी हो अभी जाना है


मैंने चाची को मज़ाक में पीछे से पकड़ लिया और बोलने लगा नही जाने दूंगा आज तो रुकना ही पड़ेगा इसी बहाने से मैं अपना लंड चाची की गांड के दरारों में सटा दिया मैंने हाफ पैंट पहना हुआ था और अंदर अंडर वियर भी नही पहना था जिससे मेरा लंड जो कि खड़ा था वो उनकी गांड में फिट बैठ गया चाची को मैं पीछे से इस तरह पकड़ा था कि की मेरा हाथ उनको आगे से लपेटे हुए थे और मेरी बाहें उनकी चुचिया को दबाये जा रही थी चाची मुझसे छूटने के हल्का प्रयास भी कर रही थी लेकिन मैंने अपनी पकड़ को मजबूत बनाये रखा।

चाची की गांड में मैंने अपने लन्ड को फसा के रखा था और चोदने की स्टाइल में हल्के हल्के दबाव भी डाल रहा था मुझे बर्दास्त नही हो रहा था कि बस अभी ही चोद दु चाची को लेकिन क्या करता मैने अपने आपको काबू में रखा और चाची को बोला रुक जाइये चाची आज

 कल चली जाना आज मैं आप मिलकर नॉन वेज बनाते है तब तक मम्मी भी बोल पड़ी अरे रुक जाओ पुष्पा तुम्हारा भतीजा तुम्हे इतने प्यार से रोक रहा है चाची बोली दीदी घर मे बहुत काम है किसी दिन और रुक जाउंगी मैंने चाची से कहा कि देखो जब तक आप रुकोगी नही मैं आपको छोड़ने वाले नही हूं इतना बोलते हुए मैंने उनको उसी पोजीसन में पकड़े हुए अंदर ले जाने लगा चाची बोली बेटा जाने दो किसी दिन और आ जाउंगी।

उनके बोलते बोलते में उनको मैं बेड रूम तक ले आया और बोला अब बोलो अब जाओगी कैसे मैं तो तुम्हे पकड़ के रख हु मैं नशे में अपना लन्ड उनकी गांड में दबाये हुए था चाची बोली अच्छा छोड़ो मुझे पहले मैं रुक जाती हूं कल जाउंगी जब चाची ने बोला तब मेरे मन को शांति मिली लेकिन अभी भी मैने अपनी चाची को वैसे ही पकड़े हुए था चाची बोली जा रही थी अब दो छोड़ दो मैने चाची की गर्दन पर अपना फेस रख दिया चाची ने कहा बेटा तुम्हारी दाढ़ी से गुदगुदी हो रही है हटाओ इसे मैं समझ गया यही एक और मौका है थोड़ा सा और मज़ा लेने का मैंने कहा 

अच्छा चाची को गुदगुदी भी होती है ये कहते  हुए मैन अपना चेहरा उनकी पीठ में रगड़ने लगा तभी अचानक चाची के मुह से सिसकारी निकली ये वही आवाज होती है जो औरत के चुदाई के समय आती है मैंने इस पल का फायदा उठा लिया और अपने लन्ड का प्रेशर और थोड़ा बड़ा दिया ।

थोड़ा सा मैं नीचे झुक कर के जिससे मेरा लौड़ा चाची के साड़ी के ऊपर से उनकी बुर की सिधाई पर आ गया था और चाची को मेरे लन्ड का एहसास होने लगा था वो बोली बेटा छोड़ो न। 

मैने कहा नही आप प्रॉमिस करो आप नही जाओगी मैं बात करते हुए अपने लन्ड को चोदने वाली स्टाइल में आगे पीछे हल्के हल्के करने लगा था चाची पूरी तरह समझ नही पा रही थी कि मैं क्या कर रहा हु क्योंकि उनको ये बिल्कुल एहसास नही था कि उनका भतीजा उसको चोदना चाह रहा था।

मैं आप सभी को ये बता दु की अगर वो साड़ी न होती तो अब तक मेरा लन्ड उनकी चूत में आधा तो अंदर होता ही और चाची को ये एहसास हो गया था कि जो चीज उनको गड़ रही है वो मेरा लंड ही है।

 चाची बोली अच्छा बेटा प्रॉमिस मैं नही जाउंगी बस 

अब जा कर मैंने चाची को इस तरह छोड़ा की उनको बालो के जूड़े को सूंघा और अपने हाथ इस तरह से हटाया की उनकि चुचिया के ऊपर से सरकाते हुआ हटाने लगा तभी अचानक से मेरे हाथ मे जो कड़ा था वो चाची के ब्लाउज में जा फसा और उनका पल्लू नीचे गिर पड़ा और ब्लाउज़ का हूक ऊपर वाला टूट गया।

 सही बताऊ दोसतो पेंट में तना लन्ड ऊपर से समझ आ रहा था कि मेरा चुदाई का माहौल बना हुआ है। चाची से मैने कहा अरे ये क्या हो गया चाची सॉरी मेरे वजह से आपका ब्लाउज का हुक टूट गया वो बोली बेटा कोई बात नही दुबारा लगा लुंगी इसी बहाने मैं चाची को बोला लाइये इसमे पिन लगा देता हू चाची बोली रहने दो मैं लगा लुंगी मैने जल्दी से उनके मंगल सूत्र में लगा आल पिन निकाल कर उनकी ब्लाउज में लगाने लगा इस मौके फायदा उठाया और उनकी चूची को धीरे धीरे छूने लगा मेरा लन्ड पहले से टाइट था और मेरे हाफ पैंट में ऊपर से समझ आ रहा था

 चाची का हाथ थोड़ा से मेरे लंड से टच हुआ अब उनकि नजर भी मेरे उठे पेंट पर पड़ी भी और वो खड़ा लन्ड देख कर तिरछी आखो से सिहर भी उठी। अब तक पिन लग चुका था उनको ये पता चल चुका था कि उनके बुर में जो चीज छू रही थी वो मेरा लंड ही था।

लेकिन उनका दिल ये मानने को तैयार नही था कि ये सब मैंने जान बूझ कर किया होगा। 

लेकिन एक बात तो थी मेरे पैंट में तना लन्ड उनके मन मे घर कर लिया था ये बात तब मुझे पता चली जब उन्होंने मुझसे पूछा बेटा तुम अभी कितने साल के हुए ?

मैंने कहा कि अभी चाची मैं 18 साल का ही हु। चाची सुनकर भी हैरान हुई और कहा बस ?

8 बज चुके थे खाना बनने की तैयारी हो रही थी पापा चिकेन ले कर आ गए थे । मम्मी मसाले तैयार कर चुकी थी मैं और चाची बनाने के लिए किचन में पहुचे हम लोग एक दूसरे से बाते कर रहे थे मुझे उसी समय पेसाब लगी और मैने चाची से कहा मैं बाथरूम से आता हूं 

हमारा बाथरूम किचन के पास था मतलब इतना तो सामने था कि गेट हल्का से खुला हो तो सब दिखाई दे।

मैं अपना लन्ड निकाल कर मूतने लगा और गेट को भी इतना खोल कर रखा कि जिससे मेरा लन्ड दिखाई दे सके चाची को और वही हुआ चाची चिकेन को धुलने के लिए बाथरूम के गेट के तरफ घूम गई और नाली के पास बैठ कर धुलने लगी उसने अपना सिर को बाथरूम के तरफ जैसे किया वैसे ही उसने मेरा 7इंच का खड़ा लन्ड देख लिया।

 मैं पेसाब कर चुका था मैं ये जान चुका था कि उसने मेरा समान देख लिया है अब चाची चोर नजरो से मेरे लन्ड को देख रही थी मैंने अब अपने खड़े लन्ड को सड़का मुठ मारने वाली स्टाइल में हिलाने लगा चाची ये देख कर दंग रह गई वो ये समझ गई थी कि मैं चुदाई के बारे में जनता हु और लन्ड की मोटाई लंबाई देख कर वो ये भी समझ गई थी कि मैंने शायद चुदाई की भी हो।

अब मैं बाथरूम से बाहर आ गया और किचन में चला गया। चाची भी मुर्गा धूल चुकी थी और गैस पर चढ़ा चुकी थी। मैं भी उनके पास जा कर खड़ा हो गया अब उनके मुह से आवाज नही निकल रही थी वो कुछ कह नही पा रही थी जब से उन्होंने मेरा लन्ड देखा था मैंने ही उन्हें छेड़ कर बोला क्या हुआ चाची साँप देख लिया क्या जो आवाज बंद हो गई ?

यहां मैने डबल मीनिंग का प्रयोग किया चाची के मन के बारे में जानने के लिए मेरे बोलने के बाद चाची मेरा मुह देखती रही। 

कुछ देर बाद और सिर नीचे कर के हस दी।

खाना भी बन कर रेडी हो चुका था सब लोग खाना खाने जा रहे थे मैंने खाने से पहले वियाग्रा का एक टेबलेट खा लिया जिससे आज चाची की चुदाई भरपूर हो सके। टेबलेट मैने इससे पहले चोदी गई औरतो के के समय ही खरीद लिया था।

अब सब लोग खाना खा चुके थे मम्मी ने तो मेरा आधा काम आसान कर दिया जब बोला कि आसू बेटा तुम और चाची और उनका लड़का अपने बेड रूम में सो जाओ और हम लोग बाहर ड्राइंग रूम में सो जाएंगे। मेरा घर 2 कमरो और किचन लैट्रिन बाथरूम का है।

चाची इस बात से थोड़ा विचलित हुई और मम्मी से कहा दीदी मैं आपके साथ ही सो जाती हूं तब मम्मी ने कहा कि क्या हुआ आसू तुम्हारा भतीजा ही तो है और अभी छोटा बच्चा ही है।

तब चाची ने गर्दन हिला कर हा कर दी और मेरे कमरे में चली गई।

अब दोस्तो आप लोगों को ये बताना है कमेंट बॉक्स में चाची ने क्या सोचा होगा कि उसने मेरे साथ क्यों मना कर दिया सोने से ?

चाची ने कॉटन की मैक्सी पहन ली और मेरे रूम में जा कर सोने लगी मैं भी छत्त पर टहल रहा और वेट करने लगा कि वो कब सो जाएं

मेरा लंड भी भांग और दवा से इतना ज्यादा कड़क हो चुका था कि मैं खुद नही बता सकता अब इसका सबूत तो चाची के बुर में लंड घुसने के बाद ही पता चलता।

11 बज चुके थे मैं भी रूम में पहुच चुका था नाईट लैम्प जल रहा था इतनी रोशनी थी कि मैं चाची के बदन को बहुत अच्छे से निहार सकता था मेरी नजर उनके पैर वाले हिस्से पर पड़ी और देखा कि उनकी मैक्सी पीछे से उनके जांघ तक ऐसी उठी थी कि उनकी आधी गांड भी दिख रही थी मुझसे रहा नही गया और मैं देरी नही करना चाहता था चाची मेरे तरफ अपनी पीठ करके सो रही थी वो इस करवट में थी कि मैं उनकी गांड में अपना लंड साट कर आराम से रगड़ सकता था। मैं भी चाची के उसी करवट में लेट गया और चाची को धीरे से पुकारने लगा चाची चाची बोल कर उन्होंने कोई जवाब नही दिया मैंने फिर थोड़ा सा उनको हिला कर बोला चाची पानी पियोगी ? मैं चाची को चेक कर रहा था कि वो सो गई है कि नही। चाची नींद में थी ये सोच कर मेरे से काबू में रहा नही गया और अपना लंड निकाल कर पीछे से चाची के गांड के दरार में रगड़ने लगा वो अबभी सो रही थी। मेरा लौड़ा चाची के जांघो और बुर के दरारों में अंदर तक घुस चुका था क्या बताऊँ मैं अगर ऐसे ही रगड़ने लगू तब भी झड़ सकता था क्योंकि मेरे अंदर इतना जोश भर चुका था दोस्तो मैं क्या बताऊँ। मैं चाची के और करीब से चिपक गया उनकी मैक्सी को और धीरे से उठाने लगा कि उनका बदन और दिख सके अब मैं चाची के बालो के जूडो से खेलने लगा और उन्हें सूंघने लगा चाची ने आज ही शैम्पू किया था उसमें से खुसबू आ रही थी। और मुझे मदहोश कर रही थी उनके बालो से खेलते हुए मैंने उनको खोल दिया और उसमें अपना मुह रगड़ने लगा मैं और गरम हो रहा था। मैं अभी भी चाची को उनकी जांघो में लंड घुसेड़ कर चोद रहा था मेरा कमर धीरे धीरे हिल रहे थे।

अब चाची थोड़ा सा हिली और अपना करवट बदलने लगी मैने अपना लंड अलग किया और वो सीधे पीठ के बल लेट गई। चाची की मैक्सी पूरी तरह पेट तक ऊपर हो गई थी मेरी खुसी का ठिकाना नही था मुझे भांग और दवा का नशा भरपूर था। पुष्पा चाची के पैरों को मैने धीरे से फैला दिया कि मेरा लंड उनकी बुर के छेद में टिका सकू। मैं उनके पैरों के बीच मे आकर चुपके से बैठ गया और उनके ऊपर झुक गया और उनकी चुचिया को मैक्सी के ऊपर से हल्के हाथ रख कर छूने लगा चुचिया कि छूने के बाद मुझसे रहा नही गया मैंने चाची मैक्सी के हूक को खोलने लगा मुझे डर लग रहा थी कि चाची अभी न उठे जब तक मेरा लंड उनकी चूत में घुस न जाएं।

क्योंकि मुझे पता था कि एक बार लंड औरत के बुर में घुस जाए तो वो भले नाटक करवाकर चुदे लेकिन चुदे गी। 

किसी तरह मैने चाची के एक चूची निकाल ली और उसपे अपने होंठ रख दिये और उनके निप्पल को जीभ लगाने लगा। 4 बच्चो की अम्मा थी निप्पल से पता चल ही रहा था 1 इंच का तो था ही निप्पल उनका। मैं पूरे जिस्म का आनन्द लेना चाहता था लेकिन मैंने सोचा एक बार पहले इसके बुर में झड़ जाऊ उसके बाद ये सब होता रहेगा। मेरे दिमाग मे एक बात और चल रही थी कि चाची क्या अब भी चाचा से चुद वाति होगी कि नही ?

अगर ये चुदाई करती होगी तो ये चुदने में नखरे कर सकती है और अगर काफी दिन से न चुदी हो तो मेरे बल्ले बल्ले।

मैं चाची के ऊपर झुका हुआ था अपना एक हाथ चाची की चुची पर रखा और अपने होंट उनके होंठ पर तब रखता जब अपना लौड़ा उनकी बुर में घुसेडता। 

अब मैं अपना लंड चाची की चूत में बिना हाथ लगाए अपना कमर उठा कर सेट किया और लंड का सुपाड़ा बुर के मुह पर रखा मैंने अपना थूक थोड़ा सा अपने तननाये लंड पर लगाया और अपने होंठ उनके होंठ पर रख कर लन्ड चुत में रख कर सरकाने लगा लंड थूक से सना हुआ था और वो बिना किसी दिक्कत के अंदर घुसता चला गया।

ना बुर ना चुत 

भोसड़ा था भोसड़ा चाची का

एक बार मे 5 इंच पूरा लंड ले ली गपाक से 

मैने अपना लंड एक झटके से बाहर खींच लिया तभी चाची कसमसाते हुए आँखे खोल दी और मुझे देख कर बोली ये क्या कर रहे हो बेटा हटो मेरे ऊपर से। वो मुझे मेरे सीने से धक्का दे कर अलग करने की कोसिस करने लगी मेरा लंड का सुपाड़ा अबभी उनके भोसड़े में था मैंने उनसे कहा चाची 2 मिनट कुछ नही होगा इतना बोलते ही अपना लन्ड चाची की चूत में पूरा 7 इंच एक बार मे घुसेड़ दिया। इस समय चाची की दोनों टांगे मेरे पैरों पर थे। लन्ड पूरा अंदर जाते ही चाची ने मुझे पीठ से जकड़ लिया और आह की एक हल्की सी मस्ती वाली आवाज निकाली। अब मैं अपने कमर को उनके कमर में सटा कर अपने लंड को गोल गोल नाचाने लगा अब चाची की आँखे बंद थी वो मस्ती में थोड़ी देर के लिए सब कुछ भूल चुकी थी उसने मेरे छाती के बालों को सहलाने लगी अब मैंने फिर से अपने लंड को आधा बाहर निकाल कर घच से एक धक्का और मारा अब चाची की आँखे फिर से खुली उसने मुझे देख कर बोला बेटा हटो मैं तुम्हारी चाची हु हम ये सब नही कर सकते। मैंने चाची से कहा कान में चुपके से की क्या नही कर सकते चाची ?

हम लोग इतना धीरे बाते ही कर रहे थे कि सिर्फ हम दोनों सुन सके।

चाची को मैने धक्के लगाने सुरू कर दिए थे चाची धीरे धीरे बोल रही थी प्लीज बेटा हटो मत करो 

मैने चाची से फिर पूछा क्या न करू चाची 

चाची बोली यही जो कर रहे हो मैंने उनसे कहा चाची इसे चुदाई कहते है जो आपका भतीजा आपसे कर रहा है। चाची बोली ये गंदी बात मत करो मुझसे ।

तब मैंने कहा तो क्या करूं चाची सिर्फ चोदू आपको ? मैं अभी भी अपना लंड चाची की चुत में अंदर बाहर कर रहा था। इस तरह 5 से 7 मिनट हो चुके थे मुझे वायग्रा और भांग दोनो का जोश भरा था मैं चाची के बुर में ही झड़ना चाहता हु और चाची को झाड़ने के बाद।

 मैंने अब अपनी स्पीड बढ़ाई और चाची को जोर से चोदने लगा अब चाची अपनी कमर उठाने लगी और बोलने लगी बेटा आह बेटा ओह ओह ओह अब चाची अपने होंट को अपने दांतों से दबाने लगी मानो की वो चुदाई से खुश थी लेकिन नखरे नही छोड़ रही थी मैंने चाची से चुपके से कहा मज़ा आ रहा है ना चाची तो वो बोली नही आ रहा हटो तुम।

इसी बात को सुन कर मैने अपना लंड एक बार मे धक्के मारते मारते बाहर कर लिया और फिर चाची अपनी नासिली आँखों से मुझे देखने लगी उनकी आंखों में नशा देखने के बाद मैंने अपना लन्ड बिना कुछ बोले उनकी चूत में धड़के से पेल दिया अब क्या चाची तो मानो पागल हो गई हो अब वो उसने मेरा हाथ अपनी चुची पर रखवा दिया और अपने हाथों से मेरे हाथों के ऊपर से दबवाने लगी मैंने भी उनकी पूरी मैक्सी चुचिओ की ऊपर चढा दी और उनके दोनों दूध को बाहर निकाल कर मन से दबाने लगा मैं उनके ऊपर पूरी तरह से लेट गया और उनकी चुचिओ को एक मुह में भर लिया और एक को हाथ से पकड़ कर दबाने लगा और वो झटके चूत में मारने लगा कि कुछ पूछो नही 2 मिनट में 100 से ज्यादा धक्के लगा दिए चाची को जो चाची मना कर रही थी वही अब बोल रही थी

बेटा आह आह बेटा मेरा भतीजा ।

जोर से बेटा और जोर से बेटा ।

मैने चाची से फिर पूछा मज़ा आ रहा है चाची तब उसने बोला है।

हा बेटा बहुत मज़ा आ रहा है ।

मैंने चाची से कहा मुझसे बात करो चाची मुझे बात करते हुए चुदाई करना बहुत पसंद है। मैं चाची को चोदे जा रहा था चुचिया दबाये जा रहा तो दोनों हातो से उनके दूध इतने बड़े थे कि मेरे हाथों में नही आ रहे थे। मैं बहुत ही मजे से कभी धीरे कभी तेज़ी से उनको चोदे जा रहा था पता नही क्या बात है मुझे औरतो को मज़ा देना बहुत अच्छे से आता था। जब भी चोदा तो खुश किया किसी भी औरत को।

चाची आह उह आह उह किये जा रही थी मस्ती में मैने चाची से कहा इससे पहले कब चुदी हो चाची तो चाची ने कहा महीनों हो जाते है बेटा। मैने कहा अब तुम्हारा भतीजा चोदेगा जब भी चाहो। इतना बोलते बोलते मैं झटको पे झटके मारे जा रहा था मैं झड़ने का नाम ही नही ले रहा था लेकिन चाची की हरकत बता रही थी वो झड़ने वाली है वो मुझे अपने से चिपकाए अलग नही कर रही थी तभी अचानक से चाची ने अपना होंट मेरे होंट से सटा दिए और चूसने लगी तड़पने लगी उनकी ये बात मुझे बहुत पसंद आई मैंने उनको अपनी बाहों में भरा और जोर जोर से चोदने लगा उनकी चूत से गरम पानी आने लगा एकदम सफेद वो झरते समय अपने बदन को अकड़ने लगी मैं उनके बदन के हिस्सो को चूसने लगा चूमने लगा। वो झड़ चुकी आह आह आह करने लगी ऊह ऊह की आवाज धीरे धीरे निकलने लगी 40 मिनट लगा इस 48 साल की औरत को झड़ने में।

 एक बात बता दु दोस्तो एक मर्द की खुसी वही होती है जब वो औरत को झाड़ कर उसके चेहरे में वो मस्ती देखे जो उसको संतुष्ट करने में मिलती है उस औरत को झाड़ कर मिलती है वरना चुदाई तो कुत्ते भी करते है।

चाची पूरी तरह खुस हो चुकी थी पर मेरा क्या मैं तो अभी भी खड़े लंड से पागल हो रहा था मानना पड़ेगा भांग को बस पेले रहो पेले रहो।

अब चाची मुझे अलग हटाने लगी। बोली हटो हो गया न बस करो अब बहुत कर चुके हटो। मैंने धीरे से उनके गालो को चूमने लगा और दूध को अपने मुह से चूसने लगा वो फिर मना करने लगी हट जाओ बेटा बस करो। मैन चाची से कहा मुझे भी झाड़ो मुझे तुम्हारे बुर में गिरना है वो बोली हटो बहुत कर लिए। अब मैंने उनको अपने ऊपर बैठने के लिए किसी तरह मना लिया और उनको पूरी तरह नंगा कर के अपने ऊपर बैठाने लगा उनके दूध लटक कर मेरे मुह में आ गए मैंने उनसे कहा आपने बालो का जूड़ा बना लीजिए वो मेरे तरफ मुह करके मेरे ऊपर आ गई और जैसे ही अपनी कमर नीचे की मेरा लंड सटीक निसाने पर बुर के था। और वो एक बरगी अंदर घुसता चला गया। चाची की आँखे फिर से बंद हो गई नशे में वो मुझसे चिपक कर मेरे ऊपर लेट गई मैंने चाची से कहा चाची अपनी कमर को हिलाइये।वो बोली नही हम नही करेंगे।

मैंने चाची की दोनों चुचिया पकड़ी और उन्हें अपने मुह भर कर चूसने और दबाने लगा तब चाची अपने आप अपना कमर धीरे से ऊपर नीचे करने लगी अब मैंने अपना कमर नीचे से एक झटका मारा और चाची ऊह ऊह ऊह करके मेरे लंड पर बैठ गई और लंड को आँख बंद करके बुर के अंदर रगड़ने लगी मैं चाची की चुचिओ को दबाने लगा जोर जोर से वो फिर से मस्त हो गई और बोलने लगी बेटा और बेटा मैन पूछा क्या चाची ? और चोदे चाची आपको बोलो मेरी जान चाची करीब डेढ़ घंटे बाद मुझे झड़ने का मन होने लगा मैंने तुरंत चाची को उठाया और घोड़ी बना दिया और पीछे से अपने लंड को चूत में डाल कर धक्के मारने लगा मैं धक्के मारते मारते चाची को पेट के बल लेटा दिया मेरा लंड चाची की चूत में घुसा हुआ था मैं चाची के पीठ पर लेट गया और पीठ चूमने लगा उनके बालो को खोल कर सूंघने लगा मैने कहा चाची मैं झड़ने वाला हु चाची मेरी जान क्या गांड है आपकी चाची की चुचिया दबाते हुए उनके गर्दन को चूमते हुए मैं लंड रगड़ रहा था। चाची भी दोबारा झरने के लिए तैयार थी मैंने चाची से कहा मेरे साथ झारड़िये चाची। मेरा लंड फौवारे से पानी छोड़ने लगा उनकी चूत में मेरा गरम पानी पा कर वो भी झड़ने लगी मैं उनकी गर्दन में दांत काटने लगा और झड़ गया।

ये मेरे और मेरी चाची की रियल चुदाई थी आपको कैसा लगा ये बताइये मुझे कमेंट करके ।

धन्यवाद

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